یارا سلی سلی برہا کی رات کا جلنا
مرسلہ : شاہد محمود
فلم : لیکن
سال : ۱۹۹۰
آواز : لتا منگیشکر
यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना .. یارا سيلي سيلي برها کی رات کا جلنا
यारा सीली सीली, यारा सीली सीली .. یارا سيلي سيلي، یارا سيلي سيلي
ओ यारा सीली सीली, डोला सीली सीली .. او یارا سيلي سيلي، ڈھولا سيلي سيلي
यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना .. یارا سيلي سيلي برها کی رات کا جلنا
ये भी कोई जीना हैं, ये भी कोई जीना हैं .. یہ بھی کوئی جینا ہے، یہ بھی کوئی جینا ہے
ये भी कोई मरना .. یہ بھی کوئی مرنا
यारा सीली सीली बिरहा के रात का जलना .. یارا سيلي سيلي برها کے رات کا جلنا
ओ यारा सीली सीली, डोला सीली सीली .. او یارا سيلي سيلي، ڈھولا سيلي سيلي
..
(टूटे हुए चूड़ियों से जोड़ूं ये कलाई मैं .. (ٹوٹی ہوئے چوڑيوں سے جوڑوں یہ کلائی میں
पिछले गली में जाने क्या छोड़ आई मैं ) – २ .. پچھلی گلی میں جانے کیا چھوڑ آئی میں
बीते गलियों से .. پچھلی گلیوں سے
बीते गलियों से, फिर से गुज़रना .. بیتی ہوئی گلیوں سے، پھر سے گزرنا
ओ यारा सीली सीली, डोला सीली सीली .. یارا سيلي سيلي، ڈھولا سيلي سيلي
यारा सीली सीली बिरहा के रात का जलना .. یارا سيلي سيلي برها کے رات کا جلنا
यारा सीली सीली, डोला सीली सीली .. یارا سيلي سيلي، ڈھولا سيلي سيلي
..
(पैरों में ना साया कोई सर पे ना साये रे .. (پیروں میں نہ سایہ کوئی سر پہ نہ سائیں رے
मेरे साथ जाये ना मेरी परछांई रे ) – २ .. میرے ساتھ جائے نہ میری پرچھائیں رے
बाहर उजाड़ा हैं .. باہر اجاڑاہے اندر ویرانہ
बाहर उजाड़ा हैं, अन्दर वीराना .. باہر ویران کر دیا ہیں، اندر ويرانا
यारा सीली सीली बिरहा के रात का जलना .. یارا سيلي سيلي برها کے رات کا جلنا
यारा सीली सीली, डोला सीली सीली .. یارا سيلي سيلي، ڈھولا سيلي سيلي
..
यारा…, डोला…, यारा…, डोला… .. یارا …، ڈھولا …، یارا …، ڈھولا …
यारा…, डोला… .. یارا …، ڈھولا …
One thought on “یارا سلی سلی برہا کی رات کا جلنا ۔ ۔ ۔ ایک خوب صورت گیت”
جناب شاہد محمود صاحب ’ یہ میرا پسندیدہ گیت ہے ڈبے کار میں اس پر ہندی کا لیبل نہ لگائیں
عطا اللہ خان